स्वच्छ भारत मिशन के फेज-2 में 50 ग्राम पंचायत चयनित
गांवों को स्वच्छ और कचरा मुक्त बनाने की योजना
सभी घरों में वितरित किया जाएगा डस्टबिन
गांवों में स्वच्छता
गया। प्रधान संवाददाता
स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) फेज-2 के तहत गया जिले के 24 प्रखंडों के 50 ग्राम पंचायतों को वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए चयन किया गया है। चयनित पंचायतों में ठोस और तरल अपशिष्ट प्रबंधन का कार्य शुरू किया जाना है। प्रखंडों से अनुमोदन के बाद पंचायतों को नौ करोड़ 44 लाख 81 हजार 134 रुपये प्रदान किए गए हैं। पंचायतों को दी गई राशि का उपयोगिता प्रमाण पत्र मिलने के बाद बाकी का पैसा पंचायतों को उपलब्ध कराया जाएगा। इस योजना को सफल बनाने के लिए मनरेगा से संबंधित विभाग की सहमति ली गई है। बताया गया कि इस योजना में कुल व्यय की राशि में 70 फीसदी स्वच्छ भारत मिशन और 30 फीसदी 15 वीं वित्त मनरेगा से प्रदान किया जाएगा। इस योजना का मुख्य उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों को स्वच्छ, सुंदर और समृद्ध गांव की परिकल्पना को साकार करना और कचरा से मुक्त करना है।
साल 24-25 तक सभी 320 पंचायतों को मिलेगा लाभ
ग्रामीण विकास विभाग 2024-25 तक जिले की सभी 320 ग्राम पंचायतों में इस योजना का शुरू करेगा। इसके तहत ग्रामीण क्षेत्रों में घर-घर से कचरा का उठाव किया जाएगा। साथ ही सभी घरों में डस्टबिन का वितरण किया जाएगा। इसके अलावा वैसे घरों का भी चयन होना जहां किसी कारण शौचालय का निर्माण नहीं हो पाया है। फेज-टू में ऐसे शैचालयों को चिन्हित कर इनका भुगतान होगा।
यह महत्वपूर्ण निर्णय
कचरा उठाव के लिए पंचायत स्तर पर ई रिक्शा और हर एक वर्ड में एक पैडल रिक्शा खरीदा जाएगा
प्रत्येक पंचायत में एक स्वच्दता पर्यवेक्षक एक ई रिक्शा ड्राइवर और हर वार्ड पर अधिकतम दो स्वच्छता कर्मी की नियुक्ति होगी
कंचरा जमा करने के लिए पंचायत स्तर पर वेस्ट प्रोसेसिंग यूनिट तैयार होगा
सामुदायिक सोख्ता का निर्माण होगा
पंचायत स्तर पर वेस्ट स्टेब्लाइजेशन पौंड बनाया जाएगा
प्रखंड स्तर पर प्लास्टिक वेस्ट मैनेजमेंट यूनिट बनेगा